“Dalhousie” खूबसूरत पहाड़ों से घिरा एक ऐसा शहर है, जहाँ आकर स्वर्ग सी फीलिंग आने लगती है। हिमाचल प्रदेश का एक छोटा सा शहर “डलहौजी” जिसकी खूबसूरती का जितना बयान किया जाए, उतना कम ही होगा। आपने ये गाना तो सुना ही होगा ” हुस्न पहाड़ों का, ओ साहिबा हो, यहाँ मौसम जाड़ों का” इस गाने को चरितार्थ करता ये शहर पर्यटकों के लिए खासकर हनीमून पे जाने वाले नवविवाहित जोड़ों के लिए अति रोमांटिक और रोमांचक है। फूलों से सजी एवं धुंध वाली छटाओं से सजी पहाड़ों, घास के मैदानों, देवदार और अशोक के पेड़ों से घिरा एक अद्भुत शहर है।
अगर आप “Dalhousie” जाने का प्लान बना रहे हो, तो आइये हम आपको एक विस्तृत जानकारी देते है, जो आपको घुमने में एक गाइड की तरह मदद करेगा।
Table of Contents
- 1 डलहौजी कहाँ है, Where is Dalhousie in hindi ?
- 2 डलहौजी में घूमने की जगहें, Places to Visit in Dalhousie
- 3 डलहौजी कैसे जाएं, How to go to Dalhousie in hindi ?
- 4 डलहौजी जाने का सही समय Right time to go to Dalhousie in hindi ?
- 5 डलहौजी में बर्फ गिरने का सही समय Right time for snowfall in Dalhousie in hindi
डलहौजी कहाँ है, Where is Dalhousie in hindi ?
“डलहौजी” हिमाचल प्रदेश के पश्चिमी भाग चम्बा जिले में स्थित है। यह चम्बा शहर से लगभग 55-60 किलोमीटर की दूरी पर समुंद्र तल से लगभग 6,500 फीट या 2000 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। “डलहौजी” शहर का नाम ब्रिटिश गवर्नर जनरल लार्ड डलहौजी के नाम पर पड़ा है।
डलहौजी में घूमने की जगहें, Places to Visit in Dalhousie
डलहौजी वैसे तो बहुत बड़ा शहर नही है, लेकिन इसकी सुंदरता काफी मनमोहक है। यहाँ घूमने की मुख्य रूप से जो जगहें हैं, वे निम्नलिखित है :-
1. खज्जियार

खज्जियार को “भारत का मिनी स्विट्जरलैंड” भी कहा जाता है। यह स्थान बहुत ही मनमोहक और अद्भूत नजारों से युक्त है। खज्जियार की हरियाली, घास के मैदान और देवदार के लंबे घनेरे जंगल जो चारों तरफ से इसे घेरे रहते हैं। डलहौजी से खज्जियार तक के रास्तों में पैराग्लाइडिंग और ट्रेकिंग जैसे एडवेंचर्स (Adventures) भी उपलब्ध है, जो ट्रेनर्स के साथ safety से किये जाते है।
2. गाँधी चौक और क्वीन का किला
गाँधी चौक डलहौजी के प्रमुख जगहों में से एक है। क्वीन का किला ब्रिटिश शासन काल कि वास्तु कला का एक श्रेठ उदहारण है। वही गाँधी चौक शॉपिंग के लिए एक अच्छी जगह और मार्केट है।
3. दीनानाथ मंदिर
यह मंदिर भगवान शिव की एक बहुत बड़ी प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर डलहौजी और खज्जियार के जाने के रास्ते में आता है। इस मंदिर के आसपास पहाड़ों का दृश्य भी बहुत ही मनमोहक है। इस मंदिर प्रांगण की वास्तुकला अद्वितीय है।
4. सतधारा झरना

चंबा घाटी में मौजूद “सतधारा झरना” देवदार के पेड़ों और बर्फ से ढके पहाड़ों से घिरा हुआ है। यहाँ का नजारा बहुत ही मनमोहक है। “सतधारा” झरना का नाम सात झरनों के मिलने से बना हुआ है। इस झरने का पानी औषधीय और चिकित्सीय गुणों से भरपूर है, क्योंकि यहाँ आस-पास में बहुत से औषधीय पेड़-पौधें भी पाए जाते है। अगर आप शहर की भागती दौड़ती ज़िन्दगी में थोड़े सुकून और शांति के पल के शौक़ीन है, तो यह जगह आपके लिए अति उपयुक्त है।
5. कालाटोप वन्यजीव अभयारण्य

अगर आप Animal lovers हैं, तो यह जगह आपके लिए उपयुक्त है। इस जगह पर तेंदुआ, भालू, तीतर और हिमालयन ब्लैक मार्टन जैसे जानवरों को देखने का मौका मिल सकता है। इस जगह पर पहुँचने के लिए ट्रेकिंग करके भी जाया जा सकता है।
6. चमेरा झील

चमेरा झील बोटिंग के लिए फेमस जगह है। डलहौजी जाने वाले यात्रियों के लिए चंबा जिले में स्थित यह झील रोमांटिक स्थलों में से एक साबित हो सकता है। यहाँ आप अपने life partner के साथ एक अच्छा समय बीता सकते है। मार्च से जून तक यह एक खूबसूरत रोमांटिक याद बनाने के लिए उपयुक्त स्थल है।
7. पंचफुला झरना

डलहौजी के प्रमुख पर्यटक स्थलों में एक और देवदार के हरे एवं लंबे पेड़ों के घनेरों में बसा एक बहुत ही खूबसूरत झरना है। पांच धाराओं से बना हुआ पंचफुला झरना अपने खूबसूरत नजारों और एडवेंचर के लिए भी जाना जाता है। मानसून के मौसम में यहाँ कि खूबसूरती और भी खिल जाती है। एक महान क्रांतिकारी सरदार अजित सिंह जी कि समाधि भी यहाँ पर स्थित है। इस जगह में मार्केट भी है, जहाँ से आप अपनी यादों को संजोने के लिए खरीदारी भी कर सकते है।
8. डैन कुंड पीक

सिंगिंग हिल के नाम से भी प्रसिद्ध डैन कुंड पीक समुंद्र तल से 2755 मीटर कि ऊँचाई पर स्थित है। डलहौजी का सबसे ऊँचा स्थान होने के साथ-साथ बर्फ कि ढकी चोटियों और हरे-भरे वातावरण के लिए भी मशहूर है। अपनी खूबसूरती के कारण यह जगह स्वर्ग कि तरह दिखता है।
9. माल रोड

माल रोड शाम कि रौशनी में जगमगाता हुआ अपनी खूबसूरती से रोमांटिक कपल्स को और भी रोमांटिक एहसास कराता है। माल रोड बाजार, खाने के लिए ढाबे, सेंट जॉन्स चर्च तथा सेंट फ्रांसिस चर्च के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ का तिब्बती मार्केट शॉपिंग के लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
10. चामुंडा देवी मंदिर
यह मंदिर माँ काली को समर्पित है। मान्यता है कि इस मंदिर में देवी अंबिका ने मुंडा और चंदा नाम के राक्षसों का वध किया था। इसी के नाम पर मंदिर का नाम चामुंडा देवी पड़ा। इस मंदिर में देवी माँ को एक लाल कपडे में लपेट कर रखा जाता है तथा यहाँ आने वाले पर्यटकों को देवी कि मूर्ति को छूने नही दिया जाता है। इस मंदिर के प्रांगण से चारों तरफ आपको तरह-तरह के मनमोहक दृश्य देखने को मिलते है।
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डलहौजी कैसे जाएं, How to go to Dalhousie in hindi ?
डलहौजी जाने के लिए ट्रेन मार्ग, सड़क मार्ग और हवाई यात्रा तीनों उपलब्ध है। अपने बजट और समय के अनुरूप आप अपनी यात्रा कर सकते है। यहाँ इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी गई है।
ट्रेन मार्ग
डलहौजी में कोई भी रेलवे स्टेशन नही है। लेकिन डलहौजी के पास सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन पठानकोट है, जो डलहौजी से 80 किलोमीटर दूर है। पठानकोट से डलहौजी जाने के लिए बस और टैक्सी मिलती है। पठानकोट रेलवे स्टेशन मुंबई, दिल्ली, अमृतसर और भारत के अलग-अलग शहरों से ट्रेन के माध्यम से डलहौजी को जोड़ती है। ऐसे में इन लोगों के लिए पठानकोट रेलवे स्टेशन एक बेस्ट ऑप्शन है।
हवाई मार्ग
हवाई मार्ग से डलहौजी पहुँचने के लिए कांगड़ा स्थित हवाई अड्डा गगल सबसे निकटम घरेलु (Domestic) हवाई अड्डा है, जो कि शहर से 13-15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ से डलहौजी पहुँचने के लिए आसानी से टैक्सी मिल जाती है। साथ ही कुछ और हवाई अड्डे “अमृतसर’ (208 किलोमीटर), जम्मू (200 किलोमीटर), चंडीगढ़ (255 किलोमीटर) डलहौजी के लिए बेस्ट ऑप्शन है।
सड़क मार्ग
सड़क मार्ग से डलहौजी जाने के लिए सरकारी बस सेवा, लक्जरी बस सेवा, टैक्सी भी अच्छी तरह से उपलब्ध है। अलाग-अलग राज्यों और अलग-अलग शहरों से यह “हिल स्टेशन” सड़क मार्ग के द्वारा जुड़ा हुआ है और सड़क मार्ग एक बेस्ट ऑप्शन है। दिल्ली जैसे राज्यों से जाने के लिए “रात्रि बस सेवा” भी उपलब्ल्ध है।
डलहौजी जाने का सही समय Right time to go to Dalhousie in hindi ?
अगर आप डलहौजी जाने का प्लान कर रहे हों तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरुरी है, क्योंकि डलहौजी का मौसम हमेंशा बदलता रहता है।
सर्दियों में (नवंबर से फरवरी) :- सर्दियों में डलहौजी के दृश्बय हुत ही मनमोहक और खूबसूरत हो जाते है। क्योंकि यहाँ बर्फबारी के लिए यही मौसम सबसे बेहतरीन होता है। रोमांटिक और हनीमून कपल्स के लिए जनवरी से फरवरी का महीना सबसे वेस्ट है। पूरी सड़कें, पहाड़ियाँ और वादियाँ बर्फ से पटी रहती है, जो देखने में अत्यंत मनमोहक दिखता है।
गर्मियों में (मार्च से जून) :- गर्मियों में यहाँ का तापमान कम रह्ता है, जिससे पर्यटकों को राहत मिलती है। तापमान 15 डिग्री से लेकर 25-30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, जिसके कारण ठंडी हवाओं और सूकून वाला मौसम हो जाता है, जो कि गर्मियों में घूमने के लिए बेस्ट है।
सितम्बर से नवंबर :- डलहौजी में इस समय का मौसम बहुत ही खुशबूदार, हर भरा होता है। क्योंकि इस मौसम में यहाँ के फूलों के बगान रंग-बिरंगे फूलों और उनकी खुशबू से भरे होते है, जो पर्यटकों के लिए मनमोहक और स्वास्थ्प्रद भी होते है।
डलहौजी में बर्फ गिरने का सही समय Right time for snowfall in Dalhousie in hindi
डलहौजी में जब बर्फ़बारी होती है, वो मौसम और उसकी सुन्दरता अति मनमोहक होती है। बर्फ़बारी के मौसम में डलहौजी कि प्राकृतिक सुन्दरता का कोई जोड़ नही होता है। दिसम्बर से फरवरी का महीना बर्फ़बारी के लिए प्रसिद्ध है। इस मौसम में स्नो स्पोर्ट्स या बर्फ में खेलने का आनंद ही अलग है। बर्फ के कारण पेड़ों और सडको पर बर्फ की चादर सी बिछी होती है, जिसे देखना अपने आप में एक अलग अनुभूति है।
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Very nice information mam
धन्यवाद, ऐसे ही अच्छी और रोचक जानकारी के लिए जुड़े रहें |
Nice
Very informative